गर्मियों में सूरज की तेज गर्मी और बाहर खेलने-कूदने से बच्चों का शरीर जल्दी थक जाता है। पसीना निकलना शरीर का प्राकृतिक तरीका है अपने आपको ठंडा रखने का, लेकिन ज्यादा पसीना निकलने से शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिसे डिहाइड्रेशन कहते हैं. डिहाइड्रेशन से बच्चों की तबीयत बिगड़ सकती है, उन्हें कमजोरी महसूस हो सकती है, और यहां तक कि वे बीमार भी पड़ सकते हैं।
आइए अब 10 आसान उपायों को विस्तार से समझते हैं जिनको अपनाकर आप बच्चों को गर्मियों में डिहाइड्रेशन से बचा सकते हैं:
1. तरल पदार्थों का सेवन बढ़ाएं:
बच्चों को दिन भर में भरपूर मात्रा में तरल पदार्थ पिलाना डिहाइड्रेशन से बचाने का सबसे कारगर तरीका है. पानी, नींबू पानी, छाछ, ORS घोल, और पतले फलों के जूस शरीर में पानी की कमी को पूरा करते हैं।
- तथ्य: अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (AAP) के अनुसार, बच्चों को उनके शरीर के आकार के हिसाब से तरल पदार्थों की मात्रा का सेवन करना चाहिए
2. बार-बार थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पानी पिलाएं: एक बार में ज्यादा पानी पीने से बच्चों का पेट भर सकता है और वे उल्टी कर सकते हैं. इसलिए, उन्हें बार-बार थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पानी पिलाना ज्यादा फायदेमंद होता है. इससे उनका शरीर धीरे-धीरे पानी सोख लेता है और शरीर हाइड्रेटेड रहता है।
3. बच्चों को ठंडा रखें: गर्मी ज्यादा होने पर शरीर ज्यादा पसीना निकालता है. बच्चों को ढीले और हल्के रंग के सूती कपड़े पहनाने चाहिए क्योंकि ये कपड़े पसीने को सोख लेते हैं और बच्चों को ठंडा रखते हैं. साथ ही, उन्हें तेज धूप में निकलने से रोकें और हमेशा छाया में रखें।
4. बच्चों को फल और सब्जियां खिलाएं: ज्यादातर फलों और सब्जियों में पानी की मात्रा अधिक होती है, उदाहरण के लिए तरबूज में 92% पानी होता है. फल और सब्जियां बच्चों को ठंडा रखने के साथ-साथ उन्हें जरूरी विटामिन और मिनरल्स भी प्रदान करती हैं।
5. बच्चों को घर का बना खाना खिलाएं: जंक फूड और फास्ट फूड में आमतौर पर नमक और चीनी की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर से पानी बाहर निकालने का काम करती है. इसलिए, बच्चों को डिहाइड्रेशन से बचाने के लिए उन्हें घर का बना ताजा और पौष्टिक खाना खिलाएं।
6. बच्चों को नमकीन और तले हुए खाद्य पदार्थों से दूर रखें: नमकीन और तले हुए खाद्य पदार्थ खाने से बच्चों को ज्यादा प्यास लग सकती है. साथ ही, इन खाद्य पदार्थों को पचाने के लिए भी शरीर को अतिरिक्त पानी की जरूरत होती है. इसलिए, गर्मियों में बच्चों को इन चीजों से परहेज कराना चाहिए।
7. बच्चों को स्तनपान कराएं: स्तनपान माँ के दूध में सभी जरूरी पोषक तत्व और पानी पाया जाता है, जो बच्चों को डिहाइड्रेशन से बचाने में मदद करता है. साथ ही, स्तनपान शिशु और माँ के बीच के इमोशनल बॉन्ड को भी मजबूत करता है।
8. बच्चों के मूत्र का रंग देखें: डिहाइड्रेशन की जांच करने का एक आसान तरीका है बच्चों के मूत्र का रंग देखना. अगर बच्चों का पेशाब गहरा पीला आता है तो यह डिहाइड्रेशन का संकेत हो सकता है. वहीं, दूसरी ओर, हल्का पीला या साफ रंग का पेशाब बताता है कि बच्चा हाइड्रेटेड है।
9. बच्चों के लक्षणों पर ध्यान दें: डिहाइड्रेशन के कुछ शुरुआती लक्षणों में थकान, कमजोरी, सिरदर्द और चक्कर आना शामिल हैं. गंभीर डिहाइड्रेशन में पेशाब कम आना, रोते समय आँसू न आना, मुंह सूखना, और बेहोशी जैसे लक्षण भी हो सकते हैं. अगर आपको बच्चों में डिहाइड्रेशन के कोई लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
10. बच्चों को डिहाइड्रेशन के बारे में जागरूक करें: बच्चों को डिहाइड्रेशन के बारे में जानकारी दें और उन्हें समझाएं कि गर्मियों में पानी पीना कितना जरूरी है। बच्चों को उनकी उम्र के हिसाब से सरल भाषा में डिहाइड्रेशन के बारे में समझाएं. उन्हें बताएं कि गर्मी में पानी पीना कितना जरूरी है और उन्हें प्यास लगने का इंतजार नहीं करना चाहिए. आप उन्हें रंगीन तरल पदार्थ दे सकते हैं या उनके पसंदीदा फल का फ्लेवर वाला पानी बनाकर दे सकते हैं ताकि वे खुद ही पानी पीने के लिए उत्साहित हों।
इन उपायों को अपनाकर आप बच्चों को गर्मियों में डिहाइड्रेशन से बचा सकते हैं और उन्हें स्वस्थ रख सकते हैं।